डीजल की कमी के कारण किसानों को क्या दिक्कतें आ रही हैं
डीजल की कमी के कारण किसानों को क्या दिक्कतें आ रही हैं और सरकार इस समस्या पर काबू पाने के लिए क्या कर रही है?
जैसा की हम सबको पता है कि अभी बरसात का सीजन शुरू हुआ है. इस समय किसान खेतो की जोताई और बोआई करते है. जोताई के लिए किसान ट्रैक्टरों का इस्तमाल करते है और ट्रैक्टर चलाने के लिए डीजल लगता है. परंतु अभी के समय भारत के कई सारे प्रदेशों में पेट्रोल और डीजल की कमी हो गई है. कई सारी जगह पर ये हालत है कि सिर्फ एक या दो दिन का स्टॉक ही बचा है. इस तरह की हालातो को देख कर ऐसा लगता है कि पेट्रोल और डीजल के दाम और बढ़ जाएंगे क्योंकि इनकी मांग ज्यादा और सप्लाई कम है. यहां तक कि जो पेट्रोल पंप हाईवे पे पड़ते हैं उनमें भी 60% पेट्रोल पंप में डीजल खतम हो गया है. पेट्रोल पंप में तेल की कमी पे पेट्रोल पंप एसोसिएशन का कहना है कि केंद्र सरकार के पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद तेल कंपनियों में सप्लाई कम कर दी है. यदि ऐसा ही चलता रहा तो आगे आने वाले दिनों में हालात बद से बदत्तर हो जाएंगे. हो सकता है कि किसान धरने पर उतर आए. सप्लाई न होने के कारण शहर के पेट्रोल पंप 2 से 3 घंटे तक बंद रहे.सूत्रों के हिसाब से सरकार डीजल के एक्सपोर्ट पर बैन लगा सकती है
प्राइवेट डीजल कंपनियां ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए डीजल को बाहर एक्सपोर्ट कर रही है और अपने ही देश में डीजल की सप्लाई को 50 फीसदी तक कम कर दिया है. रूस और यूक्रेन की लड़ाई के कारण ग्लोबल मार्केट में डीजल की मांगे उछाल दर्ज किया गया है.
17-Jun-2022